होंडा हॉर्नेट 2.0 ने बाज़ार में 160 सीसी की होंडा सीबी हॉर्नेट 160आर की जगह ली है जिसके साथ बड़े आकार का 184 सीसी इंजन मिला है. सभी जगह एलईडी लाइट्स का इस्तेमाल हुआ है, इसमें हैडलाइट, टेललाइट, यहां तक कि टर्न इंडिकेटर्स भी शामिल हैं. यहां आपको प्रिमियम टच मिलेगा, जैसे कि अगले हिस्से में सुनहरे अपसाइड डाउन फोर्क्स और उभरा हुआ पेट्रोल टैंक. बाइक पहले से कहीं ज़्यादा पैनी हो गई है. डिजिटल डिस्प्ले को आसानी से पढ़ा जा सकता है और इसपर आपको बहुत सी जानकारी भी मिलती है. स्प्लिट सीट की डिज़ाइन नई है और बाइक के साथ चौड़े टायर दिए गए हैं. इसमें आपको काफी मजबूत मिड-रेन्ज मिलती है, शहरी सड़कों पर इंजन हर गियर पर सफाई से काम करता है और बिना बाइक किसी परेशानी या झटके के आगे बढ़ती है. गाड़ी पर ज़्यादती ना की जाए, तो इसकी राइड क्वालिटी अच्छी है, लेकिन अगर आप तेज़ रफ्तार पर इसे स्पीडब्रेकर या गड्ढे से गुज़ारते हैं तो इसके सस्पेंशन तकलीफ देते हैं. जहां बाइक की ब्रेकिंग बहुत अच्छे तरीके से काम करती है, वहीं पिछले पहिए में एबीएस का ना होना एक कमी लगता है. मुड़ते वक़्त बाइक के डायनामिक्स इसकी डिज़ाइन से मेल खाती हैं. हमने हॉर्नेट 2.0 को चलाकर देखा है और यहां वो सभी जानकारी आपको दे रहे हैं, कि मुकाबले के हिसाब से यह बाइक कितनी दमदार है.
Despite a tumultuous journey in recent seasons, Quartararo reaffirms his commitment to Yamaha, citing belief in their new approach and potential for success